गुरुवार, 31 जनवरी 2019

Is Adivasi untouchable?


क्या आदिवासी (Adivasi) को untouchable (अस्पृश्यता ) कहना उचित है?:
दोस्तो कई कई बार कई जगहों पे आदिवासी को untouchable माना जाता है। या लोग मान लेते है। तो आज इस विषय पे थोड़ी बात रहेगी।

1। untouchability (अस्पृश्यता)क्या है?

भारत मे अस्पृश्यता का जन्म हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार हुआ है। हिन्दू धर्म मे पहले वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पे थी, उस टाइम में कोई भी आर्य अपने कर्म के अनुसार ब्रामण, क्षत्रिय,वैसीय, सुद्र बन सकता था। बाद में दूसरी जाती के साथ उनका सामाजिक व्यवहार होने लगा था। इसलिए आर्यो ने सोचा कि अगर हमे सब पे राज करना है तो अपनी वर्ण व्यवस्था फिक्स करनी पड़ेगी, इसलिए आर्योने आर्यो के अलावा जो जातीया और उनकी नाजाएत जाति थी उनको उन्हों ने उनतोउचबले कह दिया। जिससे कि वह उनपे राज कर सके उन्हें गुलाम बना सके, इसलिए उन्हों ने अस्पृश्यता जैसे कॉन्सेप् लगाए। और उनका सोसन किया।  जिससे की वह लोग हरबार के लिए दबे रहे। मज़े की बात तो यह है कि

वह लोग उनका बनाया अनाज इत्यादि खाते थे। लेकीन उन्हें छूना अपवित्र मानते थे।

2। क्या आदिवासी untouchable है?

नही!

आदिवासी को untouchable कहना या मानना बहोत गलत होगा। क्यो की आदिवासी इस देस के मूलनिवासी है। अगर कोई दूसरे देश का व्यक्ति हमारे देश मे आके हमे untouchable कहे ये किसी भी तरह से उचित नही है। हम लोग उन्हें कह सकते है, लेकिन आदिवासी कभी भी ऐसा घमंड करता या दिखता नही है।

किसीभी पौराणिक ब्रामण ग्रंथ में भी आदिवासी को अछुत कहा गया हो। वैसा कोई प्रमाण अवेलबल नही है। बल्कि हम उनकी वर्ण व्यवस्था में ही सामील किये गए नही थे।

यह पोस्ट लिखने का उदेसिय यही हैं, की सभी आदिवासी भाई बहन अपने को अछुत ना समझे और फूल कॉन्फिडेंस के साथ रहे और जीवन मे खुशी समृद्धि और प्रगति प्राप्त करे।


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